पापा आज आपकी बहुत याद आ रही है...
Followers
Tuesday, March 30, 2010
मेरे पापा
पापा आज आपकी बहुत याद आ रही है...
Saturday, March 20, 2010
अनजाना रिश्ता..
Thursday, March 11, 2010
मेरे देश की फिजा
मेरे देश की फिजा बदली बदली सी है आज कल
लगता है ये भी पश्चिम से हो कर के आई है
हमारे साधू महात्मा , इंसान भी नहीं रहे ,
भगवान दिखने वाली आँखों में … वासना छाई है !!
हम कितने भोले है किसी को भी भगवान बना देते है ,
आडम्बर और पाखंड की ये हमने कोनसी दुनिया बसाई है ?
लगता है हवा पश्चिम से हो कर के आई है !!
महिलाओ को आरक्षण दिलाने की होड़ में सारे पुरुष लग गए ॥
अकेली महिला फिर भी पुरुषो की हवस से कहा बच पायी है !!
सर पे पल्लू ढकने वाली भारतीय महिला के तन ढकने को पूरे कपडे नहीं है ,
शर्म हया आँखों से गायब है .. ये संस्कृति हमने कहा से अपनाई है ?
लगता है हवा भी पश्चिम से हो कर के आई है !!
दूध की नदियाँ बहाने वाले भारतवासियों के तन में अब नकली है खून भी .
पिज्जा बर्गर खाने वाले मस्त है ..दो वक़्त रोटी खाने वालो के लिए कमर तोड़ महंगाई है
सोने की चिड़िया तो उड़ गयी कब से ही.... इस आधुनिकता ने तो भारत माँ की रातो की नींद भी उड़ाई है ॥
मेरे देश की फिजा बदली बदली सी है आज कल
लगता है ये भी पश्चिम से हो कर के आई है॥
Wednesday, March 10, 2010
दोस्ती....
Sunday, March 7, 2010
happy womens's day (याद)
खुद की आँखों को नम रख के , उसने हमेशा हम को हँसना सिखाया
खुद गीले में सोती रही हमेशा.... हमे सूखे में सुलाया ॥
खुद हमेशा लडखडाती रही जिन्दगी के हर कदम पे,
पर हमे हमेशा ....संभल के चलना सिखाया॥
वो भूखी रही हमेशा ....हमे खिलाने के लिए ,
ज़माने से लडती रही... हमे अपनी पहचान दिलाने के लिए ॥
आँखों की रौशनी कम हो गयी थी उसकी,
फिर भी उसने हमेशा हमे सही रास्ता दिखाया ॥
वो खुद किसी और के सहारे जिन्दा थी,
पर हमे ..अपने पैरो पे खड़ा होना सिखाया ॥
अपना पूरा जीवन लगा के उसने ... हमारा ये अस्तित्व बनाया,
हम खुद कुछ कर सके ....हमे इस लायक बनाया ॥
हम इतने नालायक हो गए.. इन सब की परवाह नहीं की,
वो हमे हर मिनट याद करती रही , हमने उसे हर दिन भुलाया ॥
happy womens's day
Tuesday, March 2, 2010
नयी शुरुआत..
नीरस सी इस ज़िन्दगी में कलम किस के नाम करूँ
वो गए तो सब वजह भी साथ ले गए
अब दुविधा में हूँ की कहा से नयी शुरुआत करूँ ॥
दर्द को भी अब दर्द होने लगा है हमे देख कर
आंसू भी सूख गए हैं.. आँखों में रो-रो कर
अब बस दुआ है की वो खुश रहे
सुकून से जी लेंगे हम उन्हें हँसता देख कर
कुछ लोग मिले ऐसे उनके जाने के बाद
हमे हँसता देखने चाहते हैं इतना रोने के बाद
सच है की प्यार क बाद कुछ दिखाई नहीं देता
पर दोस्त ही काम आते हैं उसके बिछड़ने के बाद