Followers

Monday, July 12, 2010

लूट सके तो लूट भारतीय रेल का नया फंडा

भारतीय रेल कहने को आम जन के लिए है लेकिन इस के बदलते स्वरुप आम जन को कितना रास आ रहें
और आम जनता को कितना पता है इसके बारें में वो भगवान ही जानता है .... लेकिन आम जनता की आँखों में धुल झोंक कें उनकी पसीने की कमाई को भारतीय रेल बड़ी हुशियारी से अपने जेब में भर रही है ॥
हम ने आज जाना किस तरह से लूटा है इन्होने हमे वो भी बड़े प्यार से ......... देखिये आप भी और सावधान हो जाएँ भारतीय रेल से ....


यह टिकिट है जो बुकिंग खिड़की से लिया है यात्रा की तारीख १८/७/१० ट्रेन नंबर ६२०९ अजमेर से मिरज तक का इसका किराया लगा है १११६/- रुपये ॥

आप को लगेगा की इसमे क्या है ? तो जरा निचे नज़र घुमाइए और देखिये ये है e- ticket उसी तारीख का , उसी जगह का

लेकिन इसमे किराया है ११०१/- रुपये ! इसका मतलब है की भारतीय रेल आप को फायदा दे रही है क्युकी आप उनकी बुकिंग विंडो पे नहीं गए उनके कर्मचारियों को तकलीफ देने !!इसी लिए १५/- का डिस्काउंट आप को... हमे ये बात कुछ हजम नहीं हुई की आखिर क्यों नेट से टिकिट निकलने वालो पे सरकार इतनी मेहरबान है ?
जबकि लाइन में लग कें अपना समय बर्बाद कर के पसीने में भीगते हुए हमने ये टिकिट बनाया और हम से ही सरकार ज्यादा पैसे वसूल कर रही है ?
आखिर क्यों? हमारी गलती क्या है ?
क्या भारतीय रेल में सफर कर रहें है यह हमारी गलती है ?
या हमे इन्टरनेट से टिकिट बनाना नहीं आता ये हमारी गलती है ?
जी नहीं !! ये ज्यादती है भारतीय रेल की ... किस तरह आम जनता को बेवकूफ बना कर के उनसे पैसे वसूलना है वो कोई भारतीय रेल से सीखे !!
काफी सर्च करने के बाद हमे पता चला की भारतीय रेल जो कहने को तो आम जन के लिए है लेकिन उसे टिकिट खिड़की से टिकिट निकलने वाले की कोई परवाह नहीं है ..... इसी लिए उन्होंने एक स्पेशल टेक्स लगाया है जिस को नाम दिया गया है Enhanced Reservation Fee
इस का मतलब है की यदि आप को मुंबई से अजमेर का टिकिट लेना है और आप ये टिकिट कोल्हापुर रेलवे स्टेशन से ले रहें है तो आप को भारतीय रेल को १५/- रुपये पेनेल्टी देनी पड़ेगी क्युकी ये आप की गलती है की आप ये टिकिट यहाँ से निकल रहें है और आप को e- ticket बनाना नहीं आता ॥
आप कह सकते है भारतीय रेल भी बालासाहब ठाकरे से प्रेरित हो गयी है जैसे वो पर प्रांतीयो से खफा है वैस ही भारतीय रेल भी यदि आप गंतव्य स्थान से टिकिट नहीं बना रहें तो आप से खफा है ॥
हम तो बस इतना ही कहेंगे की भारतीय रेल की नयी नीति यही है :-
लूट सके तो लूट और अंत काल पछतायेगा प्राण जायेंगे छुट !!

आप भी सावधान हो जाइए आगे से भारतीय रेल में सफर करने से पहले .....

3 comments:

पश्यंती शुक्ला. said...

first visit to ur blog its vry nice

संजय भास्‍कर said...

विचारणीय लेख के लिए बधाई

Roshani said...

majedar
aage bhi jari rakhiye

Related Posts with Thumbnails